प्रेग्नेंसी में पांचवे और छठवें महीने में होती हैं दांतों से जुडी ये समस्याएं

प्रेग्नेंसी में पांचवे और छठवें महीने में होती हैं दांतों से जुडी ये समस्याएं

सेहतराग टीम

दुनिया में हर महिला का सबसे बड़ा सपना होता है मां बनना। अक्सर गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जो कि प्राकृतिक होता है। इसलिए उनका खास ख्याल रखने की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन ऐसी कुछ चीजें हैं जो गर्भवती महिला को समझनी चाहिए यानी उन्हें खुद से भी स्वयं का ख्याल रखना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अन्य स्वास्थ्य के साथ दांत संबंधी समस्याएं भी होती हैं। इसी विषय को लेकर में हमने डॉ. विकास कुमार से बात की और जानने की कोशिश की प्रेग्नेंसी के दौरान किसी तरह की दांत से संबंधित समस्याएं होती हैं।

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डॉ. विकास कुमार ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान दांतों को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। ऐसे में दांतों की सफाई से लेकर चिकित्सक से मिलना तक आवश्य‍क हो जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान पांचवे व छठवें महीने में महिलाओं के दांतों से खून आता है। ऐसे में उनको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इसे लेकर एक मिथक है कि ऐसे समय महिलाओं को ब्रश करना छोड़ देना चाहिए, लेकिन ऐसा करना बिल्कुल सही नहीं है यानि ब्रश करना न छोड़ें। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जो महिलाएं खुद से करती होंगी।

गर्भावस्‍था और दांतों की देखभाल:

डेंटिस्ट से मिलें-

डेंटिस्ट से मिलने का सही समय है, गर्भावस्था का चौथा या पांचवा महीना क्योंकि पहले तीन महीने में किसी प्रकार की जांच जोखिम भरी हो सकती है। इसके अलावा आ समय-समय पर अपने दांतों के बारे में चिकित्‍सक से सलाह अवश्‍य लें।

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दांतों की समस्यायें-

गर्भावस्था के दौरान दांतों और मसूड़ों को अतिरिक्त सुरक्षा की आवश्यकता होती है इसलिए महीने में एक बार डेंटिस्ट से ज़रूर मिलें। ब्रशिंग, फ्लासिंग के साथ ही संतुलित आहार का सेवन भी करें।

सामान्य समस्याएं-

गर्भावस्था के दौरान होने वाली सामान्य समस्याएं है ड्राई माउथ, जिंजिवाइटिस और पेरियोडांटल बीमारी। ये समस्‍या इस दौरान कभी भी हो सकती हैं। इनसे घबरायें नहीं, ये ज्‍यादा गंभीर समस्‍या नहीं हैं।

दांतों में सड़न हो तो-

अगर आपके दांतों में सड़न है, तो आप इनका उपचार करा सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान दांतों का एक्स -रे ना करायें क्योंकि एक्स-रे से आपके होने वाले बच्चे पर किरणों का प्रभाव पड़ सकता है। ब्रशिंग, फ्लासिंग के साथ ही संतुलित आहार का सेवन भी करें और स्‍वस्‍थ दांतों के साथ सुंदर मुस्‍कान पायें।

(डॉ. विकास कुमार B.D.S, Implantologist का क्लिनिक गाजियाबाद इंद्रिरापुरम में है।पता: LGF 001 Rajhans Plaza. आप उन्हें mo.no: 97711198829 पर क़ॉल कर सकते हैं। यह आलेख रोहित पाल से बातचीत पर आधारित है।)

 

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